ROHTAS : नये एसपी विनीत कुमार को नौहट्टा प्रखंड में अवैध बालू उत्खनन व शराब बंद कराने के लिये संघर्ष करना पड़ेगा। अब तक बालू उत्खनन और शराब का अवैध व्यापार नौहट्टा प्रखंड में पूर्णतः बंद नहीं हो सका। बालू को लेकर बालू माफियाओं व पुलिस में संघर्ष भी हुआ और प्राथमिकी भी दर्ज हुयी लेकिन बालू उत्खनन बंद नहीं हो सका। पुलिस एक ओर से बालू घाट का रास्ता जेसीबी से कटवाती है तो दूसरे ओर से नया रास्ता खुल जाता है।
प्रखंड क्षेत्र में इतने लाइनर हैं कि थाना से पुलिस को निकलते ही बालू माफियाओं को सूचना मिल जाती है और वे सक्रिय हो जाते हैं। रात में बालू की ढुलाई की जाती है। बालू बंद कराने के लिए पुलिस काफी सक्रिय है लेकिन पुलिस पर बालू माफिया भारी पड़ते हैं। वहीं प्रखंड क्षेत्र में शराब का भी हाल है। शराब की चुलाई गांव में नहीं होता लेकिन सोनडीला व जंगल में एक हजार से अधिक शराब के कारखाने हैं। जहां शराब का निर्माण करके सोन किनारे दुकान लगाया जाता है तथा झारखंड राज्य के गांवों में भी भेजी जाती है। सोनडीला (मेसोपोटामिया के तरह) मे मूंज का घना जंगल है और तीन किलोमीटर चौड़ा और पैंतीस किलोमीटर लंबा है।सोनडीला के दोनों तरफ एक एक किलोमीटर तक बालू है।
सोनडीला में छापामारी करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर है। सोन में पुलिस के उतरते ही शराब माफियाओं के लाइनर देख लेते हैं और शराब के कारखाना को बालू से ढक दिया जाता है। ऐसे में कारखाना का पता ही नहीं चलता। पुष्ट जानकारी मिलने पर एक दो भट्ठी ध्वस्त की जाती है।हांलाकि लगभग प्रतिदिन शराबियों की गिरफ्तारी होती है। पुलिस अगर चाहे तो प्रतिदिन दर्जनों शराबियों को प्रतिदिन गिरफ्तार कर सकती है। जिला में नये एसपी के लिए नौहट्टा के बालू व शराब बंद कराना चुनौती पूर्ण कार्य रहेगा।