मोकामा और गोपालगंज में विधानसभा उपचुनाव के बाद बिहार में अब कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव पर सबकी निगाहें टिक गई हैं। चुंकि कुढ़नी का नतीजा ना सिर्फ दूरगामी तौर पर पूरे बिहार की राजनीति को प्रभावित करेगा बल्कि इसका महागठबंधन और राजग के कार्यकर्ताओं पर भी काफी मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ेगा इसलिए इस सीट के चुनाव को कोई भी पक्ष हल्के में नहीं ले रहा है। यही वजह हैं कि जमीनी समीकरण को देखते हुए राजद ने अपने कोटे की यह जीती हुई सीट जदयू के हवाले कर दी है।(मनोज कुशवाहा महागठबंधन के )
‘क्रिकेट के भगवान’ ने दिया टीम इंडिया को दिलासा, फैंस को नसीहत
अब यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार विधानसभा की कुढ़नी सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नहीं बलिक जनता दल (युनाइटेड) चुनाव लड़ेगी। मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए महागठबंधन के नेताओं ने शनिवार को प्रत्याशी की घोषणा कर दी। वहां से जदयू के मनोज कुशवाहा महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे। जदयू के प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के लिए मनोज कुशवाहा के नाम की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि कुशवाहा महागठबंधन के प्रत्याशी होंगे। इस घोषणा के मौके पर महागठबंधन में शामिल सभी सात दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि यह सीट पिछले चुनाव के आधार पर राजद के कब्जे में थी। राजद के अनिल सहनी के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद खाली हुई है। सांसद रहते हुए फर्जी यात्रा भत्ता के मामले में अदालत ने उन्हें दोषी पाया था। इसके बाद उनकी सदस्यता खत्म हो गयी थी। इस बार हो रहे उपचुनाव में 17 नवंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे और इनकी जांच 18 नवंबर को होगी। नामांकन वापसी की अंतिम तारीख 21 नवंबर है और मतदान 5 दिसंबर को होगा. काउंटिंग 8 दिसंबर को होगी। मनोज कुशवाहा पूर्व में दो बार कुढ़नी से विधायक रह चुके हैं। पूर्व में वह भाजपा के केदार गुप्ता को कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से हरा चुके हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के चुनाव में कुढ़नी सीट पर राजद के अनिल सहनी ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी केदार प्रसाद गुप्ता को 712 मतों के अंतर से हराया था। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो भाजपा उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता ने जदयू के मनोज कुशवहा को 11 हजार से अधिक मतों से हराया था।