ससाराम शहर : देव दिपावली के शुभ मुर्हूत पर सासाराम स्थित पायलट धाम में सोमवार को देश-विदेश के एक से बढ़कर एक सैकड़ों संधु- संतों का समागम होगा। इस माहासमागम के लिए आयोजन सिमिति ने सारी तैयरी पूरी कर ली है। कार्यक्रम को ले पालयलट धाम परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। आयोजन समित के सैंकड़ों कार्यकर्ता दिन रात तैयारी में जुटे हुए है। आयोजन समिति से मिली जानकारी के अनुसार रोहतास में पहली बार आ रहे योग गुरु बाबा रामदेव के साथ यहां महामंडलेश्वर संतों का महा समागम होगा।आज के इस संत समागम में निरंजनी अखाड़ा के कैलाशानंद गिरी, किन्नर अखाड़ा के लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, जूना अखाड़ा के अरूण अवधूत महराज, स्वामी चिदानंद सरस्वती, पंचायती अखाड़ा के कैलाशानंद गिरी, वरिष्ठ महामंडलेश्वर अर्जुन पूरी जी आदि ने अपनी सहमति दे दी है। इसके अलावे केंद्र सरकार के रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ठ, विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय महासचिव मिलिंद जी, स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय नेता कमलेश जी आदि भी इस समागम में शिरकत करेंगे। जिसमें बिहार की सबसे ऊंची 111 फिट की शिव प्रतिमा और सोमनाथ मंदिर के प्रतीकात्मक स्वरूप में बनाए गए पूर्वोत्तर ज्योर्तिलिंग भव्य मंदिर का लोकार्पण होगा। इसके अलावे जापान की महामंडलेश्वर माता केको आइकावा भी इस समागम में शिरकत करेंगी।(बाबा रामदेव के साथ)
देव दीपावली के दिन आयोजित इस संत समागम में विद्वानों के प्रवचन
आयोजित होगा भव्य लंगर, हजारों लोगों का है प्रबंध :
इस मौके पर भव्य लंगर आयोजित करने का निर्णय अयोजन कमेटी ने लिया। जिसमें संत समागम के दौरान जुटे हजारों लोगों को प्रसाद खिलाने से लेकर उनके ठहरने की व्यवस्था दी जाएगी। खासकर बाबा रामदेव के अनुयाइयों के भारी संख्या में पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि इस दौरान स्थानीय लोग भी काफी संख्या में मौजूद रहेंगे। उनके लिए भी लंगर में प्रसाद की व्यवस्था की गई है। देव दीपावली के दिन आयोजित इस संत समागम में जुटे महामंडलेश्वरों और अन्य विद्वानों के प्रवचन भी आंशिक रूप से सुनने को मिलेंगे। यह पूरा कार्यक्रम 24 घंटे के लिए आयोजित है। इस दौरान पांच एकड़ में फैले पायलट धाम को दुल्हन की तरह सजाने का काम अभी से ही शुरू हो गया है। बुधवार को पायलट धाम परिसर में आयोजित एक बैठक के दौरान आयोजन समिति के तरफ से यह जानकारी दी गई। संतों के इस जमावड़ा में पायलट धाम परिसर के अंदर एक भव्य मंच और समागम के लिए सारी तैयारी पूरी कर दी गई है। रूस के आंद्रेय एलेक्सीव आएंगे।
देव दीपावली से महादेव के दर्शन कर सकेंगे लोग :
देश की चौथी सबसे ऊंची शिव प्रतिमा सासाराम के पायलट धाम में आज यानी देव दीपावली के दिन आम लोगों के दर्शन पूजन के लिए समर्पित हो जाएगी। देव दीपावली के दिन दर्शन के लिए खुली यह प्रतिमा देश की सबसे ऊंची चौथी प्रतिमा होगी। जिसकी ऊंचाई 111 फिट की है। सासाराम की यह शिव प्रतिमा राज्य की सबसे ऊंची शिव प्रतिमाओं में है। जबकि देश में सांभवी शिवा प्रतिमा के साथ संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। साउथ इंडिया की सांभवी शिवा देवों के देव महादेव प्रतिमा की ऊंचाई भी 111 फिट ही है। इससे पहले सांभवी शिवा की प्रतिमा अकेले चौथे स्थान पर थी।
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111 फीट की महादेव प्रतिमा व सोमनाथ मंदिर होगा अनावरण :
सासाराम पायलट धाम की 111 फीट की महादेव प्रतिमा का अनावरण केंद्र सरकार के पर्यटन राज्य मंत्री सहित बाबा रामदेव और विश्व हिंदू परिषद के मिलिंद परांदे आदि पदाधिकारियों द्वारा की जाएगी। जिसकी तैयारी पायलट धाम में पूरी कर ली गई है। इस प्रतिमा के अनावरण के साथ ही सोमनाथ मंदिर के प्रतिकात्मक स्वरूप में बने भव्य मंदिर का अनावरण भी हो जाएगा। जिसमें ढ़ाई फिट के असफटिक शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा भी देश के विभिन्न कोने से आए संतों द्वारा कर दी जाएगी। यह मंदिर भी उसी दिन आम लोगों के लिए दर्शनार्थ खोल दिया जाएगा। जिसके निर्माण में लगभग एक करोड़ रुपए की लागत आई है।
देश में पांचवीं सबसे ऊंची शिव प्रतिमा :
सासाराम के पायलट धाम में तैयार 111 फीट ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा देश में पांचवी सबसे ऊंची प्रतिमा है।
देश की शिव प्रतिमाओं की ऊंचाई की बात करे तो राजस्थान का नाथद्वारा शिव प्रतिमा सबसे ऊंची है। जो लगभग 251 फिट की है। उसके बाद कर्नाटका का मधुरेश्वर शिव प्रतिमा का स्थान दूसरे नंबर पर है। जिसकी ऊंचाई 123 फिट है। तामिलनाडू कोयमबटूर की आदियोगी शिव प्रतिमा चौथे नंबर पर है। जिसकी ऊंचाई 112 फिट है। उसके बाद पायलट धाम की शिव प्रतिमा और सांभवी शिव प्रतिमा का नंबर आता है। जो 111 फिट ऊंचाई के साथ संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर है। पांचवे स्थान पर सिक्कम की नामची शिव प्रतिमा है। जिसकी ऊंचाई 108 फिट है। जबकि छठवें स्थान पर उतराखंड हरिद्धार की हरकी पौरी शिव प्रतिमा है। जिसकी ऊंचाई 101 फिट है। हरियाणा के मंगल महादेव भी हरकी पौरी शिव प्रतिमा के साथ संयुक्त रूप से छठवें स्थान पर है। इसकी भी ऊंचाई 101 फिट है। इसी तरह कर्नाटक के विगापुर की शिवागिरी शिवप्रतिमा की ऊंचाई 85 फिट, गुजरात के द्वारका की शिव प्रतिमा नागेश्वर सिंह की ऊंचाई 82 फिट आदि देश के उच्चतम शिव प्रतिमाओं में शामिल हैं।
बजरंगी तिवारी की रिपोर्ट