आरा। जिले में डेंगू का प्रकोप अब स्थिर है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मच्छरों का पूरी तरह से सफाया हो चुका है। दीपावली और छठ को लेकर शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में युद्धस्तर पर साफ-सफाई का कार्यक्रम चला जिसके वजह से जलजमाव व मच्छरों का आतंक कम हुआ है। जिस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर विभागीय प्रयास जारी है। स्वास्थ्य समिति के द्वारा जिला, अनुमंडल और पीएचसी स्तर पर डेंगू की जांच व इलाज का इंतजाम कराया गया है। दूसरी ओर, लोगों को जागरूक करने के लिए भी अभियान तेज किया गया है। जिसके तहत छठ पर्व के अवसर पर घाटों के साथ सभी प्रमुख स्थानों पर बैनर पोस्टर के माध्यम से लोगों को डेंगू व इससे बचाव का संदेश दिया जा रहा है। ताकि, मच्छरों और डेंगू के प्रति लोगों में जानकारी बढ़े और वो जागरूक बने।(स्वास्थ्य विभाग के निर्देश)
ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य विभाग करा रहा फॉगिंग
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जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. विनोद कुमार ने बताया, प्रभावित इलाके में प्राथमिकता के आधार पर फॉगिंग का कार्य संचालित किया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में फॉगिंग का जिम्मा जहां स्वास्थ्य विभाग संभाल रहा वहीं शहरी क्षेत्र में फॉगिंग का कार्य नगर निकाय प्रशासन ने संभाल रहा है। उन्होंने कहा कि डेंगू से बचाव को लेकर जरूरी एहतियाती उपायों पर अमल जरूरी है। इसे लेकर विभिन्न स्तरों पर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। जिले में डेंगू का प्रभाव पहले से काफी कमजोर हो चुका है, लेकिन सावधानी अभी भी बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर महीने के आस-पास डेंगू के मच्छरों में वृद्धि हो जाती और इनकी वृद्धि का मुख्य कारण गंदगी एवं जल जमाव होता है। उन्होंने बताया कि त्यौहारों में साफ सफाई की वजह के साथ-साथ बढ़ती ठंड के कारण डेंगू के मच्छर धीरे धीरे कम हो रहे हैं। इस वजह से डेंगू बीमारी के प्रकोप में भी कमी आई है।(स्वास्थ्य विभाग के निर्देश)
कम प्लेटलेट्स वाले मरीजों की हो रही निगरानी
डॉ. कुमार ने बताया, जिले वासी साफ सफाई का जितना ख्याल रखेंगे डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया आदि मच्छरों से उनका बचाव होगा। अब तक जितने भी डेंगू के मरीज मिले हैं, उनमें फिलहाल डेंगू के लक्षण धीरे-धीरे कम हो रहे हैं। वहीं, 70 हजार से कम प्लेटलेट्स वाले मरीजों की लगातार निगरानी की जा रही है। ताकि, आपात स्थिति में उन्हें बेहतर इलाज मुहैया करायी जा सके। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति में डेंगू के लक्षण दिखाई दे तो वे लोग सदर अस्पताल में जांच करवा लें, क्योंकि सदर अस्पताल में डेंगू जांच लगातार जारी है। फ्रंट लाइन वर्कर्स के द्वारा वार्डों में लगातार बुखार की शिकायत रहने व कमजोरी महसूस होने पर नजदीकी सरकारी अस्पतालों में डेंगू जांच के लिये आम लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने डेंगू मरीजों को अधिक से अधिक पानी, ओआरएस घोल, नींबू पानी, नारियल पानी का सेवन करने के साथ-साथ अधिक से अधिक प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह दी है।(स्वास्थ्य विभाग के निर्देश)