सासाराम। जिले में कुष्ठ से पीड़ित मरीजों की पहचान को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा । 8 से 17 अक्टूबर तक कुष्ठ रोगी खोजी अभियान चलाकर कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों की तलाश की जाएगी। इसके लिए रोहतास जिला स्वास्थ्य समिति ने तैयारी कर ली है। जिला कुष्ठ नियंत्रण केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार 10 दिनों तक चलने वाले कुष्ठ रोगी खोजी अभियान को लेकर राज्य स्तर से जिला स्तर तक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके लिए जिला स्तरीय कार्यशाला संपन्न करके सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सकों एवं बीसीएम को विशेष प्रशिक्षण प्रदान कर दिया गया है। ये लोग अपने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से जुड़ी आशा कर्मियों एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। प्रशिक्षण प्रदान करने के बाद पुरुष एवं महिलाओं की अलग-अलग टीम बनाई जाएगी, जो प्रखंड के सभी घरों में घूम घूम कर कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों की पहचान करेगी । पुरुष टीम के लोग पुरुषों में कुष्ठ की पहचान करेंगे जबकि महिलाओं की टीम महिला के कुष्ठ की पहचान करेगी। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अप्रैल से लेकर अगस्त तक कुल 184 नए लोगों में कुष्ठ रोग की पहचान की गई है। वर्तमान में 270 कुष्ठ संक्रामित लोगों का इलाज चल रहा है।(कुष्ठ रोग से पीड़ित)
2 वर्ष के ऊपर सभी व्यक्तियों में होगी कुष्ठ की पहचान-
Read also : शाहपुर में सद्चेतना जागरण मिशन की बैठक
जिला कुष्ठ नियंत्रण केंद्र में कार्यरत चिकित्सक पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार ने बताया कि 8 से 17 अक्टूबर तक चलने वाले इस कुष्ठ रोगी खोज अभियान में 2 वर्ष के ऊपर सभी व्यक्तियों में कुष्ठ रोग के लक्षण की पहचान की जाएगी। लोगों में लक्षण मिलने के बाद उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर किया जाएगा, जहां टीम द्वारा कुष्ठ रोग की जांच की जाएगी। कुष्ठ रोग की संपुष्टि होने पर वैसे व्यक्तियों को एमडीटी दवा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि लोगों में कुष्ठ रोग की स्थिति देखने के बाद 6 माह से 1 साल की खुराक दी जाती है।(कुष्ठ रोग से पीड़ित)
कुष्ठ रोग खतरनाक बीमारी: एसीएमओ
एसीएमओ सह जिला कुष्ठ कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने कहा कि कुष्ठ रोग जानलेवा बीमारी नहीं है, परंतु यह एक खतरनाक बीमारी है। क्योंकि इस बीमारी को समय से पहचान नहीं की गई तो लोग अपंग भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि समय से कुष्ठ की पहचान होने पर इस बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है। इसीलिए 8 से लेकर 17 अक्टूबर तक विशेष कुष्ठ रोग खोज अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत विशेष टीम द्वारा जिले के प्रत्येक लोगों में कुष्ठ रोग के लक्षण की पहचान की जाएगी । साथ ही कुष्ठ रोग से लक्षण मिलने पर जांच के बाद कुष्ठ पीड़ित होने पर उनका इलाज कराया जाएगा।(कुष्ठ रोग से पीड़ित)