सासाराम। कुष्ठ बीमारी को समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जिसका मकसद देश के साथ साथ राज्य को कुष्ठ मुक्त किया जा सके। वहीं रोहतास जिले में भी कुष्ठ रोग को समाप्त करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें कुष्ठ से पीड़ित मरीजों को सावधानी बरतने के साथ साथ अन्य लोगों को भी इस बीमारी को लेकर जागरूक किया जा रहा है । साथ ही कुष्ठ के लक्षण और इलाज के बारे में जागरूक किया जा रहा है। खासकर ग्रामीण इलाकों में विशेष अभियान चला कर लोगों को कुष्ठ के बारे में बताया जा रहा है। कुष्ठ रोग फैलने वाली बीमारी है। यह एक व्यक्ति से दूसरे में भी फैलती है। इसलिए लोगों को इस बीमारी में प्रसार को रोकने के लिए अभियान चला कर कुष्ठ से संक्रमित लोगों के परिजनों के साथ साथ पीड़ित से संपर्क में आये अन्य लोगों के अलावा आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सिंगल डोज रिफेंसिव दिया जाता है। ताकि कुष्ठ को फैलने से रोका जा सके।(कुष्ठ पीड़ित मरीज इलाज कुष्ठ पीड़ित मरीज इलाज)
समय से कराएं इलाज
शरीर पर अचानक आये दाग या हाथ पैर की अंगुलियों में अचानक बदलाव दिखाई दे तो इसे नजर अंदाज न करें। क्यों कि यह कुष्ठ के लक्षण हो सकते हैं । ऐसे में लोगों को तत्काल अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल स्थित कुष्ठ नियंत्रण विभाग में संपर्क कर जांच कराने की सलाह दी जाती है । जिला कुष्ठ नियंत्रण विभाग की मानें तो कुष्ठ से पीड़ित मरीज पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकते परंतु समय से पहले इसकी पहचान हो गई तो इस बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है।
सरकारी अस्पताल में निःशुल्क जांच
कुष्ठ से पीड़ित मरीजों के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क जांच एवं इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाती है। इसमें इलाज, दवाई, के साथ साथ विशेष तरह का जूता एवं चप्पल प्रदान किया जाता है। जिला कुष्ठ नियंत्रण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में करीब 350 लोग कुष्ठ से पीड़ित हैं , जिनका इलाज सदर अस्पताल सासाराम में जारी है।
कुष्ठ को ले लोगों में आई जागरूकता
एसीएमओ सह जिला कुष्ठ विभाग के प्रभारी डॉ अशोक कुमार ने कहा कि समय से इलाज करके कुष्ठ रोग से बचाव किया जा सकता है। पहले लोग कुष्ठ पीड़ित होने पर अक्सर छुपाते थे जिस वजह से यह बीमारी बढ़ता जा रहा था लेकिन अब लोग जागरूक हो चुके हैं और अब अस्पताल पहुँच कर इलाज करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुष्ठ से पीड़ित मरीजों को थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए ताकि यह बीमारी अन्य लोगों में न फैले। एसीएमओ ने बताया कि इस बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए निःशुल्क इलाज, दवा के साथ साथ शूज किट के अलावा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं ।