कैमूर। फाईलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार भी लगातार अभियान चला कर राज्य को फाईलेरिया मुक्त करने को प्रयासरत है। वहां राज्य को फैलेरिया मुक्त बनाने को लेकर लगातार एमडीए प्रोग्राम चलाकर फलेरिया को रोकने के लिए दवा खिलाई जाती है ताकि फ़ाइलेरिया जैसी बीमारी को रोका जा सके। इसके साथ ही फाइलेरिया पीड़ित मरीजों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने एवं क्लीनिकल ट्रीटमेंट उपलब्ध कराने को लेकर राज्य सरकार विभिन्न जिलों में एमएमडीपी ( मार्डीबिलिटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी ) प्रीवेंशन किलनिक खोल रही है। यह क्लीनिक लेपरा सोसायटी पटना के द्वारा राज्य के विभिन्न सदर अस्पताल में स्थापित किया जा रहा है। इसी के तहत कैमूर जिला स्थित भभुआ सदर अस्पताल में भी एमएमडीपी यूनिट की स्थापना की जाएगी। इसको लेकर अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी एएलएफ डॉ विपिन कुमार सिन्हा ने जिला वेक्टर बोर्न डिसीज कंट्रोल ऑफिसर कैमूर को एमएमडीपी यूनिट के लिए जगह उपलब्ध कराने के लिए लिखित दिशा निर्देश भी जारी कर दिए है। वही एमएमडीपी क्लीनिक को लेकर राज्य सलाहकार, फाइलेरिया डॉ अनुज सिंह रावत ने मंगलवार को कैमूर जिला का दौरा किया।
अधिकारीयों के साथ हुई बैठक
राज्य सलाहकार, फाइलेरिया डॉ अनुज सिंह रावत ने फाईलेरिया कार्यक्रम के तहत चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा करके विस्तार से जानकारी ली। साथ ही वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर से मुलाकात करके वर्तमान स्थिति से अवगत कराया| डॉ अनुज ने सिविल सर्जन डॉ मीना कुमारी से मुलाकात कर के एमएमडीपी क्लिनिक का जिले में खुलने से विभिन्न फायदों के बारे में बताया और कहा की फ़ाइलेरिया ग्रस्त मरीजों के लिए रोग प्रबंधन में एमएमडीपी किट की उपयोगिता बहुत है और क्लिनिक खुलने से मरीजों को सहूलियत होगी।
फ्री में मिलेगी सुविधा
स्टेट कंसलटेंट डॉ अनुज सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार के सहयोग से लेपरा सोसाइटी के माध्यम से राज्य के विभिन्न जिलों में इस तरह का क्लीनिक खोला जा रहा है, जिसमें फाइलेरिया से ग्रसित मरीजों को निशुल्क दवा एवं सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में बिहार के जमुई, रक्सौल एवं समस्तीपुर में एमएमडीपी क्लीनिक संचालित किया जा रहा है। अगला क्लीनिक कैमूर में खोलने के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है और जिला सिविल सर्जन एवं वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी के निर्देशन में जल्द ही क्लीनिक खोला जाएगा।
क्लिनिक खुलने से पीड़ित मरीजों को मिलेगा लाभ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह प्रभारी वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ आर के चौधरी ने बताया कि जिले में एमएमडीपी क्लीनिक खुलने से फाइलेरिया से पीड़ित मरीजों को काफी लाभ होगा, क्योंकि इस तरह के क्लीनिक में उन्हें बेहतर सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा।