सासाराम में बुद्ध महोत्सव की तैयारियां पूरी, पायलट बाबा धाम में दिखेगी बौद्ध संस्कृति की झलक,
सासाराम में बुद्ध महोत्सव की तैयारियां पूरी, पायलट बाबा धाम में नीरज सिंह करेंगे भजन प्रस्तुत
रोहतास: सासाराम शहर स्थित पायलट बाबा आश्रम में बौद्ध महोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई है. पायलट बाबा आश्रम को भव्य रूप से सजाया गया है. परिसर में ध्वज लगाया जा रहा है. शनिवार की सुबह सब पावन धरा पर महोत्सव का शुभारंभ पूजन व वंदन से होगा. जिसमें कई देशों के बौद्धिष्ट भी भाग लेंगे. महोत्सव के पहले दिन धाम परिसर में गौतम बुद्ध की पीतल की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी. कार्यक्रम के दौरान बुद्ध मुर्ति की पूजन के साथ बौद्धिष्टों द्वारा बुद्ध का उपदेश भी दिया जायेगा.(सासाराम में बुद्ध महोत्सव)
शाम में 6 से 8 बजे तक बुद्ध महाआरती एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें ‘बम-बम बोल रहा काशी’ फेम नीरज सिंह भजन प्रस्तुत करेंगे. तीन दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में बौद्ध देशों की संस्कृति देखने को मिलेगी. महोत्सव के तीनों दिन धाम परिसर में भंडारा का आयोजन किया गया है. तैयारियां को लेकर महोत्सव के पूर्व शुक्रवार को पायलट बाबा धाम में एक बैठक आयोजित की गई. जिसमें चेनारी विधायक मुरारी गौतम, पूर्व विधान पार्षद कृष्णा सिंह, नंद कुमार सिंह, अखिलेश कुमार, विजेंद्र सिंह, पंकज कुमार सिंह, प्रेमानंद जी, सत्येंद्र सिंह, अमर अनिल आदि उपस्थित रहे.(सासाराम में बुद्ध महोत्सव)
विदित हो कि सासाराम के पायलट बाबा धाम परिसर में महात्मा बुद्ध की 80 फीट ऊँची प्रतिमा स्थापित है, जो कि आज पर्यटकों व श्रद्धालुओं के मुख्य आकर्षक का केंद्र है. पायलट बाबा धाम सासाराम के संदर्भ में महायोगी पायलट ने कहा कि आप किसी भी धर्म के हो, आपका धाम में सहर्ष स्वागत है. आप पधारे. स्वच्छ निर्मल और अनुशासित होना अनिवार्य है. आप यहां आकर अपनी श्रद्धा को भक्ति को छूने का प्रयास करें. उसको छूने से आपके भीतर शरीर में अनोखा अनुभव होगा. यहां आने के लिए मन का स्वच्छ होना अनिवार्य है. तब आप यहां आकर कुछ पा सकते हैं. घूमते तो आप पूरी जिंदगी रहेंगे. यह स्थान मात्र घूमने के लिए नहीं है, यह आपकी भीतर की खोज के लिए है. यहां आकर ध्यान कीजिए. बैठकर के प्रार्थना कीजिए क्योकिं यह भूमि विश्वमित्र की भूमि है, यह भूमि सहस्त्रबाहु की भूमि है, इस भूमि पर परशुराम आ चुके हैं, यह भूमि बुद्ध की भूमि है, इस भूमि से आशीर्वाद ले अपने स्वयं को जानिए.