भभुआ(कैमूर)| स्थानीय रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह ने शराबबंदी और उनके क्षेत्र के दो लोगों की मौत मामले में बयान देते हुए कहा कि सर्वविदित है कि विभिन्न त्योहारों में समाज के विभिन्न तबकों में शराब और इस तरह की चीजें पीने की प्रथा रही है| राज्य के अंदर नीतीश कुमार का पागलपन है शराबबंदी को लाना, बिना सोचे समझे लाया गया है जिसका सुप्रीम कोर्ट में भी कहा गया कि यह न्याय संगत नहीं है| इस पर विचार होना चाहिए लेकिन कोई इसकी चिंता किए बगैर गैर कानूनी तरीके से शराबबंदी की गई है और जो मौत के आंकड़े सरकार के आंकड़ों के सैकड़ों गुना ज्यादा हैं| करीब 1000 आदमी मरे हैं|
विधायक सुधाकर सिंह ने केवल कैमूर का उदाहरण देते हुए कहा कि कैमूर जिले के मुखराव में चार लोगों की मौत हो गई और प्रशासन लीपापोती में लगी हुई है| किसी का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया उल्टे पुलिस प्रशासन लोगों के घरों में पहुंचकर धमकी दे रही है कि अगर पुलिस में कंप्लेंट करेंगे और पोस्टमार्टम कराएंगे तो उनके घर में ताला लगा दिया जाएगा और घर ढहवा दिया जाएगा| उन्होंने कैमूर में हुए मौत को लेकर कहा कि सभी मृतक नौजवान थे किसी की प्राकृतिक रूप से मौत नहीं हुई है सभी की अप्राकृतिक रूप से मौत हुई है तथा सभी का इलाज अस्पताल में किया गया है तो इसमें पुलिस प्रशासन और सरकार को पोस्टमार्टम कराना चाहिए पोस्टमार्टम नहीं कराना यह अपराध है।