रोहतास| 18 मार्च 22 को हिलसा थाना अंतर्गत नदहा गांव में ग्राम के सामंती लोगों के द्वारा उस ग्राम के वीरेश चंद्रवंशी की हत्या तेजाब डालकर कर दिया गया| जब मृतक के परिजन न्याय के लिए हिलसा थाना पहुंचे तो आरोपियों पर कार्रवाई नहीं करते हुए उस मृतक की मां को मुर्गा बनाने की धमकी थाना प्रभारी द्वारा दिया गया|
उसी दिन 21 मार्च को ही 100 पुलिसकर्मियों द्वारा रात्रि में 12:00 बजे उस गांव के अति पिछड़ा और दलित लोगों के घरों के दरवाजा तोड़कर घर मे घुस के उनकी बेटी और औरतों को भद्दी भद्दी गलियां दी गई तथा पिटाई भी की गई| कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं होने के बावजूद भी दो बच्चों सहित 27 की संख्या में वंचित तबके के लोगों को उठाकर हिलसा थाना लाया गया 6 आरोपियों में से अभी तक एक भी नामजद की गिरफ्तारी नहीं हुई है|
इसी घटना में हिलसा थाना प्रभारी और सामंतो के द्वारा अलग-अलग एफ आई आर दर्ज कर झूठे मुकदमे में फसाने की कोशिश की जा रही है| गांव में पुलिस द्वारा जो तांडव हुआ है वह अंग्रेज के जमाने की पुलिसिया जुल्म को भी पीछे छोड़ दिया है| स्थानीय लोगोंका कहना है कि हम लोग उसकी घोर निंदा करते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों के विरुद्ध उचित करवाई हो तथा थाना प्रभारी के निलंबन की मांग करते हैं साथ ही साथ सरकार से मृतक के परिवार को 20 लाख मुआवजा इंदिरा आवास दिया जाए इसका मांग करते हैं|
इसके विरोध में कोनार पंचायत अंतर्गत मोजरी गांव में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया तथा न्याय की मांग करते हुए माननीय नीतीश कुमार जी का पुतला दहन किया गया तथा इसके अलावा बिहार के अलग अलग हिस्सों में न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया| ( ऑल इंडिया चंद्रवंशी एसोसिएशन)