मीडिया दर्शन/बिक्रमगंज/सूर्यपुरा/काराकाट/दावथ/संझौली(रोहतास)– पर्याप्त मात्रा में वर्षा न होने तथा पड़ रहे भीषण गर्मी के कारण पूरे अनुमण्डल क्षेत्र के खेतों में लगे धान की फसल में बढ़ा कीड़ों का प्रकोप।
बिक्रमगंज अनुमण्डल क्षेत्र समतल भूमि-भाग है। जहाँ पर बड़े पैमाने पर धान फसल की खेती होती है। करीब 85 प्रतिशत लोग खेती पर आश्रित है। मजदूरों को ब्यापक मजदूरी करने को अवसर मिलता है। अगस्त माह में पर्याप्त मात्रा में धान फसल के अनुकूल वर्षा न होने से फसल क्षति करने वाले कीड़ों का प्रकोप बढ़ने से किसान परेशान। खूब बिक्री हो रही कीटनाशक दवाइयां। इस वर्ष अनुकूल वर्षा न होने के विपरीत परिस्थितियों में किसानों ने कड़ी मेहनत कर खेतों में धान फसल की रोपाई कर साहसिक भरा कार्य किये। वर्षा न होने का पहले से ही संकट का सामना कर रहे किसानों पर अब दूसरी आफत आ खड़ी है।
ईओ से मिला फुटपाथी दुकानदारों का प्रतिनिधिमंडल
झुलसा एवं कोंपल सूखने के बढ़ते प्रकोप से किसानों के समक्ष पैदावार बढ़ाने की विफल होता दिख रहा है। बेचारे अन्नदाता को प्राकृतिक को
धोखा तो दे ही रही है सरकार भी साथ देता दिखाई नहीं दे रही है। कर्ज में डूबे किसानों का आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है। किसान चन्द्रमा पांडेय, राजेश चौधरी, रमेश रजक, अजमेर अंसारी , संजय सिंह ने बताया कि धान का कटोरा कहे जाने वाला क्षेत्र में मौसम प्रतिकूल होने के कारण पैदावार पर पड़ेगा प्रभाव।ख्याति को बचाने को संकट।