पटना डेस्क: बीती रात ओडिशा में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है। बहनागा स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी आपस में टकरा गई। इस हादसे में 290 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। साथ ही 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इसमें कई यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। ट्रेन के कई डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गए। एक महिला ने हादसे का दर्दनाक मंजर बयां किया है।
बिहार: ग्रामीणों ने लड़के के मना करने के बाद भी प्रेमी-प्रेमिका की कराई शादी, जानिए पूरा मामला
आज हम आपको भारत के कुछ ऐसे रेल हादसों के बारे में बताने वाले हैं, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी और आज तक लोग उन रेल हादसे को नहीं भूल पाए हैं।
फिरोजाबाद रेल हादसा
20 अगस्त, 1995 को यूपी के फिरोजाबाद में एक पैसेंजर ट्रेन दूसरी ट्रेन से टकरा गई थी। 358 लोगों की मौत हुई।
खन्ना ट्रेन हादसा
26 नवंबर, 1998 को लुधियाना में जम्मू तवी-सियालदाह एक्सप्रेस की बेपटरी हो चुके फ्रंटियर मेल के डिब्बों से टक्कर हुई। कम से कम 212 मौतें हुईं
गैसल ट्रेन हादसा
2 अगस्त, 1999 को गैसल स्टेशन पर खड़ी अवध-असम एक्सप्रेस से ब्रह्मपुत्र मेल टकरा गई थी। 268 लोग मारे गए, 359 घायल हुए।
ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस हादसा
2010 में धमाके की वजह से ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस पश्चिमी मिदनापुर में बेपटरी होकर एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। माओवादियों के संदिग्ध हमले में कम से कम 170 मारे गए थे।
पेरुमन ट्रेन हादसा
8 जुलाई, 1981 को केरल के पेरुमन में आइलैंड एक्सप्रेस की टक्कर एक पैसेंजर ट्रेन से हुई। करीब 150 लोग मारे गए थे।
पुखरायां ट्रेन हादसा
20 नवंबर, 2016 को यूपी के पुखरायां के पास इंदौर- पटना एक्सप्रेस बेपटरी हो गई थी। हादसे में करीब 150 लोग मारे गए थे।
राजधानी एक्सप्रेस हादसा
9 सितंबर 2002 को रफीगंज स्टेशन के पास हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस बेपटरी हो गई थी। 140 से ज्यादा मौतें हुई थीं।
कालका मेल हादसा
10 जुलाई, 2011 को हावड़ा-कालका मेल के 15 डिब्बे यूपी में पटरी से उतर गए। 70 लोगों की मौत हुई, 300 से ज्यादा घायल हुए थे।