पटना डेस्क: बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ते हुए आरजेडी के साथ सरकार बनाई थी। इसके बाद लगातार सीएम नीतीश कुमार तेजस्वी यादव की तारीफ करते जा रहे थे। यहां तक कि उन्हें भविष्य का मुख्यमंत्री तक बता दिया था। इस बीच बड़ी खबर सामने आ रही कि जहां जनता दल यूनाइटेड ने राष्ट्रीय जनता दल के लोगों को चेता दिया है कि वह ब्राह्मणों को लेकर कोई भी विवादित बयान ना दिया करें।
दरअसल, RJD कोटे के मंत्री चंद्रशेखर, सुरेंद्र यादव और आलोक मेहता समेत अन्य नेताओं का विवादित बयानों से पुराना नाता रहा है। आरजेडी और जेडीयू कई बार विवादित बयानों को लेकर आमने-सामने भी आ चुके हैं, लेकिन आरजेडी के नेता अपने बेतुके बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं। कहा जा रहा कि जब से आरजेडी नेता ने ब्राह्मणों को बाहरी बता दिया है, तब से जेडीयू इस बयान से काफी नाराज हो गई है और उसने आपत्ति जताते हुए नेता को माफी मांगने के लिए साफ कह दिया है।
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बता दें, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान देने के बाद से जो सिलसिला शुरू हुआ थमने का नाम नहीं ले रहा है। चंद्रशेखर के बयान के बाद मंत्री सुरेंद्र यादव ने सेना को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी। इसके बाद मंत्री आलोक मेहता ने सवर्णों को लेकर विवादित बोल बोले। अब पूर्व विधायक सचिव यदुवंश कुमार यादव ने ब्राह्मणों को लेकर विवादित बयान दे दिया है।
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एक रिपोर्ट के अनुसार यदुवंश कुमार यादव ने कहा है कि भारत के ब्राह्मण समाज के लोग भारतीय नहीं हैं, बल्कि रूस और अन्य देश के रहने वाले हैं और भारत में आकर बस गए हैं। आरजेडी नेता ने दावा किया है कि डीएनए जांच से इसका हुआ है कि सभी रूस और दूसरे देशों से आए है। इनके आतंक के चलते वहां से इन्हें भगाया गया था। जिसके बाद ये सभी भारत आ गए। जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि ऐसे घटिया बयान देने वालों पर आरजेडी को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसे नेता महागठबंधन और राजद की छवि को धूमिल कर रहे हैं।