पटना डेस्क: बिहार विधानसभा में आज सीएम नीतीश कुमार बीजेपी विधायकों के सवालों के घेरे में ऐसे घिरे की उन्हें जवाब देना मुश्किल हो गया। दरअसल आज बिहार विधानसभा में खेल विभाग के बजट पर चर्चा हो रही थी। उसी दौरान विपक्षी दलों के तरफ से सवाल किया गया कि, बिहार में खिलाड़ियों को भी सरकारी नौकरी में छूट दी जाए।
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एक रिपोर्ट के अनुसार सरकारी नौकरी भी प्रदान की जाए। यह सवाल भाजपा के विधायक नीतीश मिश्रा के तरफ से किया गया था। जिसके बाद इसको लेकर प्रभारी मंत्री जवाब देने को आगे आए तो वो विपक्ष उनके सवालों से संतुष्ट नहीं हुआ। जिसके बाद खुद सीएम नीतीश को जवाब देना पड़ा। सीएम नीतीश ने अपने बयान में कहा कि आपलोग जो कह रहे हैं उसपर ध्यान दिया जाएगा। लेकिन, आपको यह याद रहना चाहिए कि मै खुद अटल जी सरकार मे मंत्री रहते हुए इसकी शुरुआत किया था। महिला खिलाड़ियों को नौकरी और छूट देना कब शुरू हुआ ज़रा आप लोग देख लीजिए।
दरअसल, बीजेपी विधायक ने सरकार से बिहार में आज तक कितने खिलाड़ियों को सरकारी जॉब मिली है, उसके बारे में पूरा विवरण मांगा था। लेकिन जब खेल मंत्री द्वारा जवाब देने की कोशिश की गई तो विपक्ष जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ, तो खुद सीएम नीतीश कुमार जवाब देने के लिए पेश हुए।
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हालांकि, सीएम नीतीश कुमार जिस समय जवाब देने के लिए उठे उस समय भी प्रभारी मंत्री अपना जवाब दे रहे थे। लेकिन, सीएम ने उनसे सवाल दिखाने की मांग की तो प्रभारी मंत्री पन्ना पालते हुए नजर आए। जिसपर, भाजपा के एक अन्य विधायक नंदकिशोर यादव ने सीएम को टोका की यह सवाल दूसरा हैं। फिर सीएम ने कहा की 2114 नंबर सवाल हैं इस पर भी गौर करेंगे।