पटना डेस्क: बिहार में तीन चेहरे या इन चेहरों की अगुवाई वाली पार्टियां 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की लड़ाई में बीजेपी के लिए बैसाखी साबित हो सकती है। ये चेहरे हैं उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश साहनी और चिराग पासवान। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी इनके साथ गठजोड़ कर राज्य में नई सियासी इबारत लिखने की कोशिशों में जुटी है और उसके शिल्पकार खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं, जो छह महीने में चार बार बिहार का दौरा कर चुके हैं।
बिहार: दूल्हा टॉयलेट का बोलकर शादी के मंडप से भागा, मनाया तो कुएं में लगा दी छलांग
केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी इन तीनों ही नेताओं को न केवल सियासी तवज्जो दे रही है बल्कि उनकी सुरक्षा का लेवल भी बढ़ा दिया है। अभी हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने जब नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू छोड़ी और अपनी पार्टी बनाई तो केंद्र सरकार ने उनका सुरक्षा घेरा बढ़ाते हुए वाई प्लस कैटगरी की सुरक्षा दे दी।
बिहार: BJP को तेजस्वी यादव की ललकार, कहा- हमारे पास जिगर है…
हालांकि, इससे पहले विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के नेता और राज्य के … मंत्री मुकेश साहनी को भी वाई प्लस कैटगरी की सुरक्षा फरवरी में दी गई थी। वाई कैटगरी की सुरक्षा पाने से पहले दोनों को राज्य सरकार के स्तर पर सुरक्षा दी जा रही थी।
बिहार: दारोगा की वर्दी में प्रेमी पर रौब जमाती थी महिला, बॉयफ्रेंड ने की पुलिस से शिकायत, फिर..
वहीं, जमुई के सांसद और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास ) के प्रमुख चिराग पासवान के सुरक्षा कवर को वाई-प्लस श्रेणी से जेड कैटगरी में अपग्रेड कर दिया गया था। इसके तहत चार से छह राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) कमांडो सहित सुरक्षा घेरा में 22 जवान शामिल हैं।